आज के इस कारोबारी माहौल में बहुत तरह का लोन उपलब्ध है। हर कार्य के लिए भिन्न – भिन्न प्रकार का लोन। ठीक, उसी प्रकार से व्यवसाय के कार्यो के लिए अलग – अलग बिजनेस लोन उपलब्ध है। बिजनेस लोन में से अपने मनमुताबिक किसी एक बिजनेस लोन का चुनाव कर सकते हैं।
प्रॉपर्टी पर मिलता है आसानी से बिजनेस लोन अगर आपके पास घर या प्रॉपर्टी है, तो आप उस संपत्ति के बदले बैंक से लोन ले सकते हैं। इस तरह आप पांच लाख से लेकर 10 करोड़ रुपये तक का लोन ले सकते हैं। इसमें लोन की अवधि 2 से लेकर 15 साल तक हो सकती है। बैंक आपको प्रॉपर्टी की वैल्यू का 65% तक लोन दे देते हैं। इसमें समय से पहले लोन चुकाने का जुर्माना 2-3 फीसदी है। गोल्ड के बदले भी ले सकते हैं लोन गोल्ड या गोल्ड ज्वेलरी को गिरवी रखकर भी आप लोन ले सकते हैं। सोने के बदले आप 10,000 से लेकर 25 लाख तक का लोन ले सकते हैं। इसे आप 6 से 12 महीने तक के लिए चुका सकते हैं। यह लोन आपको बैंक के अलावा कई निजी फाइनैंस कंपनियां भी देती हैं। NBFC से भी ले सकते हैं बिजनेस लोन बिजनेस लोन प्राप्त करन के लिए बैंकों की तुलना में NBFC बेहतर विकल्प है। कुछ NBFC ऐसी हैं, जो बिना ज्यादा दस्तावेजों के आसानी से बिजनेस लोन प्रदान कर देती हैं। NBFC व्यापारियों को बिजनेस लोन देने के लिए काफी कम दस्तावेज मांगती हैं। NBFC का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को आसानी से लोन प्राप्त कराना होता है। NBFC में आपको Flexi बिजनेस लोन की भी सुविधा मिलती है। जिसकी सहायता से आप आसान किस्तों में अपना लोन चुका सकते हैं। बैंक, NBFC, गोल्ड/प्रॉपर्टी से लोन, इनमें से कौन है बेहतर विकल्प NBFC बैंक की तरह काम करते हैं, लेकिन वे बैंक नहीं होते। उदाहरण के लिए एनबीएफसी, बैंक की तरह डिमांड डिपोजिट (मांग जमा) स्वीकार नहीं कर सकती। बैंक से लोन लेने की प्रक्रिया काफी जटिल और थकाऊ होती है। जिसकी वजह से व्यवसायी बैंको के चक्कर लगाते-लगाते थक जाते हैं। इसके साथ ही आप चाहे गोल्ड पर लोन लें या फिर प्रॉपर्टी पर दोनों ही केस में आपको ये गिरवी रखना पड़ता है।
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जीएसटी लागू होने से पहले भारत में तमाम तरह के टैक्स हुआ करते थे, कारोबारियों को अलग – अलग तरह 17 टैक्स जमा करना होता था। ऐसे में कारोबारियों का समय में धन दोनों जाया होता था। केन्द्र सरकार ने इस समस्या का समाधान करते हुए ‘एक देश एक कर’ यानी जीएसटी की व्यवथा लागू कर दिया।
जीएसटी लागू होने के बाद कई फायदा हुआ है। पहले टैक्स जमा करने के लिए विभिन्न कार्यालयों का चक्कर लगाना होता था। जबकि अब जीएसटी पोर्टल पर टैक्स जमा करने का ऑनलाइन सुविधा उपलब्ध है। इसी के साथ अब बैंक और एनबीएफसी बिजनेस लोन प्रदान करने के लिए भी जीएसटी सर्टिफिकेट की मांग करते हैं। कुछ बिजनेस के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है और कुछ बिजनेस के लिए जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी नही है। अब सवाल यह उठता है कि किन बिजनेस के लिए जीएसटी नंबर लेना अनिवार्य है और किन बिजनेस के लिए जीएसटी नंबर लेना अनिवार्य नही है। आइये इसके बारे में समझते हैं। केन्द्र सरकार के निर्देशन में काम करने वाली जीएसटी काउंसिल के गाइड लाइन के अनुसार 40 लाख सालाना तक के सालाना टर्नओवर वाले बिजनेस के लिए जीएसटी नंबर लेना अनिवार्य है। 40 लाख से तक सालाना टर्नओवर वाले बिजनेस के लिए जीएसटी नंबर लेना वैकल्पिक है। यानी वह चाहें तो जीएसटी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं नही चाहे तो नही जीएसटी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों और पहाड़ी इलाकों के लिए सालाना टर्नओवर में और अधिक छूट दी गई है। जो घटती –बढती रहती है। आपको बता दें कि पहले 20 लाख तक का सालाना टर्नओवर वाले बिजनेस को जीएसटी रजिस्ट्रेशन से छूट प्रदान की गई थी। अब इसे 40 लाख कर दिया गया है। टैक्स दर प्रोडक्ट 0.25% कटे और पॉलिश हुए पत्थर 5% घरेलू सामान जैसे- खाद्य तेल, चीनी, मिर्च, चाय, कॉफी, मसाला, मिठाई, सब्जियां, जीवन बचाने वाली दवाईयां इत्यादि जीएसटी के 5 प्रतिशत टैक्स स्लैब में शामिल है। 12% जीएसटी के इस स्लैब में कम्पूटर और प्रोसेस्ड फूड से जुड़ी चीजें शामिल हैं। 18% जीएसटी के 18 प्रतिशत स्लैब में हेयर ऑयल, दंतमंजन, साबून, घरेलू सामान, औद्योगिक सामान इत्यादि आता है। 28% जीएसटी का यह सबसे महंगा स्लैब है। इस स्लैब में सभी लग्जरी आइटम आता है जैसे- एसी, फ्रिज, प्रिमियम कार और मोटरसाईकिल जैसे आईटम शामिल हैं। बिजनेस लोन के माध्यम से आप अपने व्यवसाय को विकसित कर सकते हैं। बिजनेस संचालन लागत को पूरा करने में भी मदद कर सकते हैं। बिजनेस लोन को व्यावसायिक आवश्यकता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है ताकि आपकी पूंजी की जरूरतें और परिचालन खर्च को असानी से कवर किया जा सके। बिजनेस लोन के कुछ फायदे जानिए-
आवश्यकता के समय धन उपलब्ध बिज़नेस लोन कुछ ही दिनों में प्रोसेस पूरा हो जाते हैं, जिससे आपको बिज़नेस लोन मंज़ूरी के 3 दिनों* के भीतर पैसे मिल जाता हैं। इस तरह से देखा जाय तो पास में पैसा न होते हुए भी, जब आवश्यकता होती है तो बिजनेस लोन के तौर पर धन उपलब्ध होता है। पर्याप्त धनराशि अनुभवी बिजनेस लोनदाता आपकी आवश्यकताओं को अच्छी तरह से समझने में सक्षम होता है, जैसे ZipLoan. जिसके माध्यम से कारोबारी को आवश्यकतानुसार पर्याप्त धनराशि प्राप्त हो जाता है। जिसके माध्यम से बड़े ऑर्डर को पूरा करना संभव हो जाता है। बिजनेस लोन का उपयोग करने का एक अतिरिक्त लाभ यह है कि जबकि अन्य स्रोतों से आप जो धन जुटाते हैं, वह व्यावहारिक विचारों कर सीमित होता है। यदि बिजनेस लोन के तौर पर धन का इंतजाम करते हैं तो आपको पर्याप्त धनराशि मिल जाता है। आसान रिपेमेंट प्रत्येक व्यवसाय अलग होता है, और निवेश पर प्रतिफल उत्पन्न करने में लगने वाला समय एक से दूसरे में भिन्न होता है। सभी व्यवसाय में कुछ समय के लिए अस्थिरता आती है। जिसके कारण कारोबारी को आसान रिपेमेंट विकल्प चाहिए होता है। बिजनेस लोन में यह सुविधा मिलता है। बिजनेस लोन कारोबारी के नियंत्रण में होता है जब आप बिजनेस लोन के माध्यम से धन जुटाते हैं, तो आपको लोन के बदले प्रॉपर्टी गिरवी नहीं रखना होता है। यह सुविधा किसी भी कारोबारी के लिए शानदार है। इसके माध्यम से बिजनेस लोन कारोबारी के नियंत्रण में होता है। वर्तमान में कई तरह के बिजनेस लोन उपलब्ध हैं। उनमें से प्रत्येक एक अलग व्यावसायिक आवश्यकता को पूरा करते हैं। प्री-पेमेंट चार्जेस फ्री बिजनेस में ऐसा कई बार होता है कि धन का आवश्यकता होती है। लेकिन कुछ समय बाद अच्छा – खासा मुनाफा हो जाता है। या कहीं से बकाया वाला धन आ जाता है। इस कंडिशन में कारोबारी चाहते हैं कि वह उनके ऊपर ब्याज की रकम का बोझ न पड़े। तो इसके लिए भी बिजनेस लोन में सुविधा है। इस सुविधा का नाम प्री-पेमेंट चार्जेस फ्री लोन है। बहुत से ऐसे कारोबारी हैं जो मुद्रा बिजनेस लोन तो लेना चाहते हैं लेकिन उनको मुद्रा लोन लेने का तरीका पता नही होता है या जानकारी के अभाव में वह मुद्रा लोन से वंचित रह जाते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि मुद्रा लोन लेने के लिए क्या करना चाहिए।
मुद्रा लोन की शर्तों की जाँच करना
बिजनेस शुरु करने के लिए बिजनेस लोन लेने के लिए हर वह भारतीय पात्र है जो कृषि कार्य छोड़कर किसी बिजनेस को शुरु करने के लिए बिजनेस लोन चाहता है। वहीं बिजनेस का विस्तार करने के लिए जो कारोबारी लोन चाहते हैं इनमे निम्न कारोबार पात्र हैं:
मुद्रा बिजनेस लोन ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए मुद्रा स्कीम की वेबसाइट https://www.mudra.org.in/ पर जाना होता है और ऑनलाइन फॉर्म भरना होता है और इसके साथ हो ऑनलाइन तरीके से ही कागजात अपलोड करना होता है। कोरोना काल में हर व्यक्ति आत्मनिर्भर होना चाहता है। नौकरी करने वाले लोग भी स्वरोजगार शुरु करना चाहते हैं। इसी क्रम में बिजनेस शुरु करने का मन बनाते हैं। लेकिन, इस बात पर आकर रुक जाते हैं कि किस चीज का बिजनेस करें? व्यवसाय का संचालन करने के लिए बिजनेस लोन कैसे मिलेगा? इस आर्टिकल में हम बताने जा रहे हैं कि नया बिजनेस कौन सा शुरु करना मुनाफे का सौदा रहेगा।
आरओ वाटर का बिजनेस आज के समय में हर कोई चाहता है कि वह शुद्ध पानी पीये। पीने के पानी के बिजनेस को आरओ वाटर का बिजनेस कहते हैं। इस बिजनेस का भविष्य बहुत उज्जवल है। घर में, दुकान में और शादी – पार्टी इत्यादि में सभी को आरओ वाटर मंगाते हैं। एक आरओ बाटल पानी का मूल्य 20 से 30 रुपये होता है। इसी से इस बिजनेस में होने वाली कमाई का अंदाजा लगाया जा सकता है। आरओ वाटर पानी का बिजनेस कैसे शुरु करें? आरओ वाटर पानी का बिजनेस शुरु करना बहुत आसान है। इसमें कम इंवेस्टमेंट के साथ बेहतर मुनाफा होता है। इस बिजनेस को शुरु करने के लिए निम्नलिखित उपकरण की आवश्यकता होगी-
आरओ पानी का बिजनेस शुरु करने में होने वाला कुल खर्च जैसे कि आर्टिकल के शुरआत में ही बताया गया है कि इस बिजनेस को शुरु करने में कम निवेश करना होता है। इस बिजनेस में जो सबसे बड़ा खर्च होता है वह है आरओ प्लांट मशीन का खर्च। आरओ प्लांट मशीन की कीमत 1 लाख रुपये से शुरु होती है। इस मशीन का मूल्य क्षमता के अनुसार बढ़ता है। आरओ पानी के बिजनेस में होने वाला मुनाफा एक बोटल पानी की कीमत 20 रुपये होता है। इस हिसाब से अगर एक दिन भर में 50 बोटल पानी की बिक्री होती है, तो एक हजार रुपये की आमदनी होती है। इसी तरह 100 बोटल पानी की बिक्री होने पर दिन में 2000 रुपये का आमदनी होता है। क्या बिजनेस लोन मिल सकता है? आरओ पानी बोटल का पानी का बिजनेस एमएसएमई सेक्टर में आने वाला बिजनेस है। एमएसएमई बिजनेस को सरकार और एनबीएफसी हर तरह से बढ़ावा दे रहे हैं। इसी क्रम में आपको बता दें कि हां आरओ पानी के बिजनेस को बिजनेस लोन मिल सकता है। इस बिजनेस को पीएम मुद्रा लोन भी मिल सकता है। अगर आसानी से बिजनेस लोन लेना चाहते हैं तो आपको ZipLoan की वेबसाइट से बिजनेस लोन के लिए आवेदन करना चाहिए। क्योंकि, ZipLoan से सिर्फ 3 दिनों* में 7.5 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन मिलता है। कोई व्यक्ति अगर बिजनेस शुरु करने का विचार बना रहा है या बिजनेस शुरु कर दिया है तो उनको कुछ बातों का विशेष ध्यान देना चाहिए। जैसे वर्किंग कैपिटल का सही इंतजाम करना। जरुरत पड़ने पर बिजनेस लोन लेना और बिजनेस का दायरा समय – समय पर बढ़ाते रहना। और सबसे जरुरी बात यह है कि कभी इच्छाशक्ति को कम नहीं होने देना है।
धन एक ऐसी आवश्यकता है जिसकी जरुरत हर किसी को होती है। वहीं बिजनेस में धन की आवश्यकता की बात करें तो किसी भी बिजनेस को शुरु करने के लिए या बिजनेस को सही तरीके से चलाने के लिए धन होना बेहद जरुरी होता है। बिना घन के शानदार बिजनेस आईडिया होते हुए भी बिजनेस का सफल होने की कल्पनी भी नहीं की जा सकती है। वर्तमान समय में हर रोज सौकड़ों की संख्या में स्टर्ट-अप बंद हो रहे है। गुरुग्राम, नोएडा, बेंगलुरु और दिल्ली जैसे शहरों में कुछ स्टार्ट-अप बहुत बेहतरीन बिजनेस आईडिया के शुरु किया गया था लेकिल बिजनेस चलाने के जरुरी वर्किंग कैपिटल की कमी होने के चलते बंद हो गए. इसलिए बिजनेस शुरु करने के लिए धन का होना भी बेहद महत्वपूर्ण है। बिजनेस शुरु करने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति का होना है अनिवार्य इच्छाशक्ति एक ऐसी चीज है जिससे कठिन को भी आसान बनाया जा सकता है। दृढ़ इच्छाशक्ति के बदौलत ही दशरथ मांझी ने अकेले पहाड़ काटकर के रास्ता बना दिया था। दशरथ मांझी के दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते ही 30 किलोमीटर का रास्ता 4 किलोमीटर का हो गया था। हालांकि, ऐसा नहीं था कि दशरथ मांझी के सामने परेशानी नहीं आई या मांझी जी थके नहीं। दशरथ मांझी के सामने कई तरह की तमाम चुनौतियां आई लेकिन वह कभी रुके नहीं और न ही उन्होंने कभी अपनी विचार बदला। दशरथ मांझी अपना काम निरंतर करते रहे और एक दिन वह आया जब पहाड़ कट चुकी था और रास्ता बन चुका था। बिजनेस की शुरुआत करने के दौरान भी कई तरह की चुनौतियां आएंगी लेकिन इन चुनौतियां से घबराकर बिजनेस का रास्ता नहीं बदलना चाहिए। अपना प्रयास करते रहना चाहिए। एक दिन वह आयेगा जब बिजनेस सफल हो जायेगा। वे दिन गए जब अधिकांश स्माल बिजनेस मालिकों द्वारा बिजनेस लोन को बुरा माना जाता था। उच्च प्रतियोगिता के इस युग में, आपको जो भी संभव हो, अपने लाभ को बनाए रखने की आवश्यकता है। स्माल बिजनेस के लिए लोन की पेशकश वाले वित्तीय संस्थान आपको अपने बिजनेस का कैश – फ्लो ठीक रखने के लिए आसानी के साथ फाइनेंशियल सपोर्ट प्रदान कर सकते हैं। जानिए स्माल बिजनेस लोन का लाभ-
वित्तीय जरुरतों को पूरा करना: स्माल बिजनेस लोन आपके बिजनेस के वित्त को मजबूत करने में मदद करता है और आपको समय पर ढंग से अपनी वित्तीय आवश्यकताओं का ध्यान रखने और फिर सुविधाजनक ईएमआई के माध्यम से राशि चुकाने का विकल्प प्रदान करता है। आप उधार दिए गए धन के अंतिम उपयोग के बारे में लोनदाता को सूचित किए बिना किसी भी बिजनेस से संबंधित आवश्यकता के लिए धन का उपयोग कर सकते हैं। टैक्स बेनिफिट: मनी लेंडर्स से उधार लेने के बजाय जो न केवल आपसे ब्याज की अतिरिक्त दर वसूलते हैं और एकमुश्त भुगतान की मांग करते हैं, स्माल बिजनेस लोन आपको आसान ईएमआई में लोन चुकाने का विकल्प देते हैं। इसके अलावा, किए गए बिजनेस लोन के रिपेमेंट का ब्याज को बिजनेस व्यय के रूप में दिखाने के योग्य है और इसलिए, आपकी कर देयता को कम करने में मदद करता है। सुविधाजनकः स्माल बिजनेस लोन आपको अपने बिजनेस के लिए आवश्यक वित्तीय सुविधाजनक होने की अनुमति देता है। उधार लिए गए धन का उपयोग आपकी इच्छानुसार किसी भी बिजनेस से संबंधित उद्देश्य के लिए किया जा सकता है, जैसे कि बिलों का भुगतान, मजदूरी का भुगतान, आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान आदि कर सकते हैं। आसान चुकौती: आपको लोन राशि के लिए कोई एकमुश्त भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। लोन अनुसूची के अनुसार ईएमआई के माध्यम से भुगतान करें। इसके अलावा, यदि आपके पास बाद के चरण में धनराशि है, तो आप बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के लोन को चुकता कर सकते हैं। बेहतर क्रेडिट स्कोर बनाएँ: क्रेडिट हिस्ट्री बनाने के लिए स्माल बिजनेस लोन एक उत्कृष्ट विकल्प है। समय पर अपनी ईएमआई का भुगतान करने से आपको अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी और आपके बिजनेस के लिए क्रेडिट हिस्ट्री का निर्माण होगा, जिससे आपको भविष्य में उच्च लोन राशि प्राप्त करने में मदद मिलेगी। वर्तमान समय टेक्नोलॉजी का समय है। इस समय में अधिकतर चीजें ऑनलाइन हो गई है। ऐसे में बैंकिंग सेक्टर इससे पीछे क्यों रहता भला। बैंकिंग सेक्टर में ऑनलाइन प्रोसेस आ जाने के बाद लोन बहुत तेजी से मंजूर होता है। अगर कोई बिजनेस लोन बहुत जल्दी प्राप्त करना चाहता हैं तो उसे निम्न स्टेप फ़ॉलो करना चाहिए:
बैंक/कंपनी को सलेक्ट करें: सबसे पहले उस बैंक या कंपनी को सलेक्ट करें जहां से आप बिजनेस लोन लेना चाहते हैं। पात्रता जाँच करें: लोन पाने के लिए सबसे जरूरी होता है पात्रता की जाँच करना। अगर पात्रता की जाँच करके बिजनेस लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो लोन एप्लीकेशन रिजेक्ट होने की संभवना कम होती है। जरूरी कागजात इक्कठा करें: जब आप पात्रता की जाँच कर लेते हैं तो इस बात की जाँच करें कि झांस इ आप बिजनेस लोन लेना चाहते हैं वहां पर बिजनेस लोन के लिए क्या – क्या कागजात चाहिए? अप्लाई करने से पहले उन सभी कागजातों को इक्कठा करें। बिजनेस लोन के लिए आवेदन करें: जब आप लोन संस्थान को सलेक्ट कर लेते हैं। पात्रता की जाँच कर लेते हैं। जरूरी कागजात इक्कठा कर लेते हैं। तब आपको बिना देर किये बिजनेस लोन के लिए अप्लाई कर देना होता है। बिजनेस लोन अप्लाई करने का प्रोसेस सभी बैंकों और एनबीएफसी कंपनियों का अलग – अलग होता है। आप देखें कि जहां से आप बिजनेस लोन लेना चाहते हैं वहां पर लोन आवेदन के लिए क्या प्रक्रिया है। सामान्य तौर पर सभी बैंक और कंपनियों का लोन एप्लीकेशन प्रोसेस ऑनलाइन ही होता है। ऑनलाइन लोन अप्ल्लाई करने के लिए संबंधित बैंक या कंपनी की वेबसाइट लॉग इन करें और लोन अप्लाई करें, सभी जरूरी कागजात अपलोड करके फॉर्म सबमिट कर दीजिए। बैंक/कंपनी वेरिफिकेशन प्रक्रिया होने के बाद बिजनेस लोन की रकम आपके बैंक खाता में ट्रांसफर हो जायेगा। यह प्रक्रिया एक सप्ताह से 1 महीने के भीतर कम्पलीट हो जाएगी। किसी भी MSME के बढ़ने के लिए सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है धन की कमी होना, MSME लोन उस बाधा को दूर करने में मदद कर सकता है। लोन लेकर MSME और SME व्यवसायी अपने बिजनेस का परिचालन कर सकते हैं और स्तर को सुधारने और अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाय कर सकते हैं। इन प्रयासो के जरिए बिजनेस का विस्तार होता है और मुनाफा बढ़ता है। आइये आपको इस ऑर्टिकल में यह जानकारी देते हैं कि एमएसएमई लोन लेने का लाभ कितना है।
एमएसएमई लोन का लाभ बिना कुछ गिरवी रखे: एसएमई और एमएसएमई लोन असुरक्षित हैं। धन के बदले में लोन देने वाले बैंक या एनबीएफसी के पास प्रॉपर्टी गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं है। इस तरह के लोन छोटे व्यवसायों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं जो इसे फाइनेंस का एक आदर्श सोर्स बनाते हैं। सुविधाजनक: MSME लोन शॉर्ट टर्म स्कीम के आधार पर प्रदान किये जाते हैं। छोटे व्यवसायों को लोन राशि के रिपेमेंट करने में कठिनाई नहीं होती है। क्योंकि, अधिकतर एमएसएमई लोन प्री-पेमेंट चार्जेस फ्री होते हैं। इसी के साथ बता दें कि इन बिजनेस लोन टेन्योर 12 माह से 48 माह के बीच होता है। ऐसे लोन की ब्याज दर कम होती है। ये सभी कारक मिलकर छोटे व्यवसायों के विकास करने का अवसर प्रदान करते हैं। आसानी से सुलभ: लगभग सभी प्रकार के लोन देने वाले संगठन या कंपनियां एमएसएमई लोन प्रदान करती हैं। बैंकों, लोन देने वाली पार्टियों, ऑनलाइन लोनदाताओं और अन्य वित्तीय संस्थानों से, आप सापेक्ष आसानी से विभिन्न प्रकार की एमएसएमई लोन योजनाएं पा सकते हैं। एक व्यवसायी के रूप में, आप अपनी व्यावसायिक आवश्यकतानुसार लोन प्राप्त कर सकते हैं। टॉप-अप की सुविधाः छोटे व्यवसाय विभिन्न लोन देने वाली फाइनेंसियल कंपनियों से अलग-अलग MSME Loan ले सकते हैं। एकमात्र शर्त यह है कि आप एक ही समय पर एक ही लोनदाता से कई लोन नहीं ले सकते हैं। एकल लोनदाता से केवल एक एमएसएमई लोन लिया जा सकता है। यह लोन अपने टेन्योर के अंत में टॉप-अप किया जा सकता है। तत्काल लोन मंजूरी: पात्रता मानदंडों को पूरा करने और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ लोन आवेदन पत्र जमा करने पर, एमएसएमई लोन सत्यापन के लिए भेजा जाएगा। सत्यापन के बाद, लोन आवेदन को 2-4 वर्किंग डे में मंजूर कर दिया जाता है। आसान ईएमआई: एमएसएमई लोन का भुगतान ईएमआई यानी समान मासिक किस्तों में किया जाता है। इन ईएमआई का भुगतान आपकी सुविधा के आधार पर मासिक या द्वि-साप्ताहिक आधार पर किया जा सकता है। भारत सरकार हमेशा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को लाभ प्रदान करने के पक्ष में रही है। भारत में एमएसएमई रजिस्ट्रेशन करने के कई फायदे हैं, जिसका लाभ केवल तभी उठाया जा सकता है जब बिजनेस का एमएसएमई अधिनियम के तहत एमएसएमई / एसएसआई के रूप में पंजीकृत किया हो। इसके तहत एमएसएमई लोन, बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन आसानी से मिल जाता है। इसके अतिरिक्त भी कई लाभ हैं।
एमएसएमई के रूप में पंजीकृत होने के लिए क्या आवश्यक है? यह एक ऑनलाइन प्रक्रिया है जिसे प्रमाणित करने के लिए आपके आधार नंबर की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, एमएसएमई सर्टिफिकेट वाले उद्यमों को अपने संबंधित अधिकारियों से अपने बिजनेस के लिए किसी भी क्षेत्र में लाइसेंस, अनुमोदन और पंजीकरण प्राप्त करने के लिए प्रक्रिया को और भी सरल बनाया जाता है। ऐसा है कि वे स्वयं एक आवेदन करते समय MSME पंजीकरण का प्रमाण पत्र प्रदान करते हैं। एमएसएमई पंजीकरण के क्या लाभ हैं MSME/SME रजिस्ट्रेशन के निम्नलिखित कुछ फायदे हैं: बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन मिलता है भारत सरकार ने सभी छोटे और सूक्ष्म व्यापार क्षेत्रों के लिए बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन उपलब्ध कराया है। यह पहल सूक्ष्म और लघु क्षेत्र के उद्यमों को धन की गारंटी देती है। इस योजना के तहत, पुराने और साथ ही नए उद्यम लाभ का दावा कर सकते हैं। इसके तहत मुद्रा लोन भी मिल सकता है। लेकिन इसके लिए एमएसएमई रजिस्ट्रेशन होना आवश्यक है। पेटेंट रजिस्ट्रेशन पर सब्सिडी उस उद्यम को 50% की सब्सिडी दी जाती है जिसके पास एमएसएमई द्वारा दिए गए पंजीकरण का प्रमाण पत्र है। संबंधित मंत्रालय को आवेदन देकर पेटेंट रजिस्ट्रेशन के लिए इस सब्सिडी का लाभ उठाया जा सकता है। ओवरड्राफ्ट की ब्याज दर में छूट MSME के तहत पंजीकृत व्यवसाय या उद्यम ओवर ड्राफ्ट पर 1% का लाभ उठा सकते हैं जैसा कि एक योजना में उल्लिखित है जो बैंक से बैंक में भिन्न होता है। सब्सिडी प्रोत्साहन की पात्रता प्राप्त होना MSME के तहत पंजीकृत उद्यम सरकार द्वारा सुझाए गए अनुसार इडस्ट्रीज सब्सिडी प्रोग्राम के लिए पात्र होते हैं। बिजली बिल में रियायत मिलना बिजली बिल में रियायत उन सभी उद्यमों के लिए उपलब्ध है जिनके पास MSME पंजीकरण प्रमाणपत्र होता है। आईएसओ प्रमाणन शुल्क प्रतिपूर्ति पंजीकृत MSME उद्यम आईएसओ प्रमाणन के लिए खर्च किए गए खर्चों की प्रतिपूर्ति का दावा कर सकते हैं। |