जब भी कोई योजना शुरु की जाती है तो उसके पीछे सरकार की एक मंशा होती है। मुद्रा लोन योजना शुरु करने के पीछे सरकार की यह मंशा थी कि भारत में कारोबारियों की पैसों की दिक्कत के चलते कारोबार बंद न करना पड़े या कोई चाहते हुए भी कारोबार शुरु न कर सके।
आपको मुद्रा लोन योजना के बैकग्राउंड में ले चलते हैं। जब मुद्रा योजना साल 2015 के अप्रैल में लांच की गयी थी। उससे पहले छोटे और मध्यम कारोबारियों को अपनी छोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए साहूकारों से अधिक ब्याज दर पैसा लेना पड़ता था। साहूकार मनमाना तरीके से ब्याज लगाते थे। इससे कारोबारियों को घाटा उठाना पड़ता था। कारोबारी बैंक से लोन तो लेना चाहते थे लेकिन तमाम तरह की दिक्कतों के चलते बैंक से लोन नही मिल पाता था। लेकिन, जब से मुद्रा लोन योजना शुरु हुई तब से बैंक सहित तमाम फाइनेंशियल कंपनियों के लिए कारोबारियों को मुद्रा लोन देना एक तरह से अनिवार्य हो गया। इस सुविधा का सबसे अधिक लाभ उन कारोबारियों को मिला जो आर्थिक रुप से बहुत मजबूत नही थे। मुद्रा लोन के तहत बिना कुछ गिरवी रखे 10 लाख तक का बिजनेस लोन बहुत मिलने लगा। इससे कारोबारियों को व्यापार बढ़ाने और नया बिजनेस शुरु करने में काफी आसानी हुई। छोटे और मध्यम स्तर के कारोबारियों को बिना किसी टेंशन अपना कारोबार चलाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा मुद्रा लोन योजना चलाई जा रही है। आपको बता दें कि मुद्रा लोन योजना के तहत छोटे और मध्यम कारोबारियों को 3 कैटेगरी में 10 लाख तक का बिजनेस लोन बिना कुछ गिरवी रखे प्रदान किया जाता है। मुद्रा लोन देने के लिए देश में 27 सरकारी बैंक, प्राइवेट सेक्टर के 17 बैंक, 31 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, 4 सहकारी बैंक, 36 माइक्रो फाइनेंस संस्थान और 25 गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) को चयनित किया गया है। अगर मुद्रा योजना की सफलता और असफलता की बात करें तो मुद्रा लोन योजना को हम न तो पूर्ण रुप से सफल कह सकते हैं और न ही पूर्ण रुप से असफल योजना। लेकिन इतना कह सकते हैं कि इस योजना से कारोबारियों में एक उम्मीद की किरण जगी है। मुद्रा लोन योजना के तहत अब तक 19 करोड़ लोन बांटे जा चुके हैं। मुद्रा योजना की वेबसाइट के मुताबिक कर्नाटक और तमिलनाडु में साल 2018-19 में सबसे अधिक मुद्रा लोन बांटे गए। कर्नाटक में इस अवधि में 29,000 करोड़ का लोन बांटा गया जबकि तमिलनाडु में यह रकम 34,000 करोड़ रुपये रही है। जहां तक मुद्रा लोन के लिए ब्याज दर की बात है तो सामान्य तौर पर बात करें तो प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए लिए जाने वाले लोन की ब्याज दरें 10 से 18 प्रतिशत वार्षिक होती है। खास बात यह कि अगर कोई कारोबारी मुद्रा लोन के जरिए लोन लेता है तो, जो ब्याज दर एक बार तय हो जाती है, वह हमेशा रहती है। बिजनेस लोन लेने के बाद बीच में ब्याज दरों में बैंक बदलाव नही कर सकते है। इस तरह से देखा जाये तो कारोबारियों के लिए मुद्रा लोन बहुत ही बेहतरीन विकल्प है अपना कारोबार बढ़ाने के लिए। कारोबारी मार्केट रेट से कम ब्याज दर पर बिजनेस लोन लेकर अपना कारोबार बढ़ा सकते हैं।
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Machinery is one of the most critical aspects of a production company. It helps in increasing profit by decreasing the number of defected products produced and cost per unit. Besides, a company is only able to meet the production deadlines if the machinery/equipment is up-to-date and in good shape. All these factors make having updated or new machinery or equipment imperative. For business owners who cannot buy a new piece of machinery, can avail machinery loan. The following are several steps to avail a fast machinery loan: Visit the website of the Loan LenderThe first step is to visit the website of the loan lender to apply for a machinery loan if you wish to apply for online. Or you can also apply for the loan personally by visiting the office of the loan lender. However, the online loan application method is fast as well as hassle-free. You need to research online on various loan lenders in the market and gather all their information. You are suggested to shortlist the lender that offers loan at easy to meet eligibility criteria and the one whose criteria you can meet. Fill the Loan Application & submit the DocumentsWith an online lending institution, you can fill the loan application online from your home or office. There is no need to visit the financial institution and fill the loan application personally. You can fill the online form with your necessary personal and business information. This information will include your name, age, address, business name, business address, etc. The next step is to upload the soft copies of the documents required to support the loan application. The documents required vary from lender to lender. However, you will be asked to submit an ITR, PNL statement, bank statement, etc. If you are applying for a machinery loan without security, there is no need to provide the documents of the security. However, in case of secured loan, you will have to provide the documents. Wait for Loan approvalOnce you have submitted everything required by the lender, the next step is to wait for the lender to assess your eligibility. He will use the information provided by you and check if you meet their business loan eligibility. If you meet the eligibility, your loan application will be approved. Otherwise, the application will be rejected. Loan DisbursementAfter your application is approved, a representative will come to your place to sign the loan agreement. Once you sign the agreement, the loan amount will be disbursed within a few hours.
The technology has helped the loan lenders in the market to process the application and disburse the loan amount within three days maximum. This has significantly helped the business owners in meeting their business requirements in a time-efficient manner. बिजनेस लोन आर्थिक प्रोडक्ट है। यानी इसमें पैसों का लेन – देन शामिल होता है। जैसा हम सभी जानते हैं कि जहां पैसों की बात की जाती है वहां पर कागजी लिखा-पढ़ी होना जरूरी हो जाता है। यानी किसने किसको कितना पैसा दिया, क्यों दिया और उस पैसों पर ब्याज कितना शामिल है इत्यादि लिखा जाता है।
दूसरी महत्वपूर्ण बात है कि जब कोई बैंक या कंपनी किसी को पैसा देती है तो यह जानना चाहती है कि वह व्यक्ति कहां का है? क्या करता है? उसमी आमदनी कितनी है? व्यक्ति की प्रॉपर्टी कितनी है इत्यादि। इससे बैंक या लोन कंपनी को यह तय करने में आसानी हो जाती है वह उस व्यक्ति को कितना पैसा लोन के तौर पर प्रदान कर सकती है। आधार कार्ड किसी भी व्यक्ति का एक परिचय पत्र है। आधार पता प्रमाण पत्र भी है। जब भी बिजनेस लोन या लोन के लिए अप्लाई किया जाता है तब एक परीचय पत्र और पता प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ती है। तब आधार कार्ड परिचय पत्र और निवास प्रमाण पत्र के तौर पर काम करता है। इसके अतिरिक्त व्यक्ति को अपनी इनकम प्रूफ और जरूरत पड़ने पर प्रॉपर्टी प्रूफ के कागजात प्रस्तुत करना पड़ता है। टेक्नोलॉजी के इस दौर यह हो सकता है कि कागजात की फोटोकॉपी न जमा करना पड़े लेकिन कागजात ऑनलाइन अपलोड करना पड़ता है। आधार कार्ड पर लोन कैसे मिलेगा लोन के लिए आधार कार्ड एक कागज़ी दस्तावेज है। लोन के लिए इनकम प्रूफ और प्रॉपर्टी प्रूफ के अतिरिक्त परिचय पत्र और निवास प्रमाण पत्र देना होता है। परिचय पत्र और निवास प्रमाण पत्र के लिए आधार कार्ड काम करता है। जहां तक सिर्फ आधार कार्ड पर लोन मिलने की बात तो यह संभव नही है। हां कुछ बैंक हैं जहां से बिना कुछ गिरवी रखे लोन मिलता है। लेकिन वहां पर भी लोन लेने के लिए उस बैंक में उस ग्राहक का बैंक खाता होना अनिवार्य होता है। इसके अतिरिक्त कुछ ऐसी कंपनियां हैं जहां क्रेडिट लाइन मिलता है। क्रेडिट लाइन एक छोटी रकम होती है। जिसे ऊँचें ब्याज दर पर दिया जाता है। ऐसे में ये कम्पनियां ग्राहक जहां रहता है उस जगह का अपने कर्मचारियों के जरिये वेरिफिकेशन करवा कर क्रेडिट लाइन के रुप में कुछ रकम लोन के तौर पर प्रदान कर देती हैं। क्या आधार पर लोन मिलता है? लोन कई तरह का होता है। बिजनेस लोन, पर्सनल लोन, कार लोन, होम लोन इत्यादि। इसमें से किसी भी प्रकार का लोन लेने के लिए परिचय पत्र, निवास प्रमाण पत्र अनिवार्य रुप से चाहिए होता है। चूँकि आधार कार्ड को परिचय पत्र और निवास प्रमाण पत्र का दर्जा दिया गया है। इसलिए जब कोई व्यक्ति लोन लेना चाहता है तब वह परिचय पत्र और निवास प्रमाण पत्र के लिए आधार कार्ड प्रस्तुत कर सकता है। इस तरह हम कह सकते हैं कि हां आधार कार्ड पर लोन मिलता है। हालाँकि हम यह नहीं कह सकते हैं कि सिर्फ आधार कार्ड पर लोन मिलता है। लोन के लिए और भी जरूरी कागजात देना होता है। |