MSME देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। MSME भारत की जीडीपी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इत्यादि ही वाक्य हमें टेलीविजन, रेडियों और अख़बारों में दिखाई और सुनाई देते रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एमएसएमई - MSME किसे कहते हैं? MSME का फुलफॉर्म – Full Form of MSME समझ लीजिये तो आपको आगे जानने में आसानी होगी। एमएसएमई का फुलफॉर्म Micro, Small and Medium Enterprises – माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइज होता है। इसे हिन्दी में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग कहते हैं। एमएसएमई उद्योग मुख्य रुप से दो प्रकार का होता है।
MSME का फायदा तब मिलता है जब एमएसएमई रजिस्ट्रेशन कराया जाता है। एमएसएमई पंजिकरण होने पर निम्नलिखित फायदे मिलते हैः
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एमएसएमई सेक्टर के बिजनेस को कारोबार का विस्तार करने के लिए दिया जाने वाला लोन एमएसएमई लोन कहा जाता है। एमएसएमई का फुल फॉर्म माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइज कहा जाता है। भारत सरकार द्वारा एक एमएसएमई मंत्रालय का गठन किया गया है। एमएसएमई मंत्रालय द्वारा ही छोटे एवं मध्यम कारोबार के लिए तमाम तरह की वित्तिय सुविधाओं को प्रदान किया जाता है।
एमएसएमई लोन का उपयोग सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग कैटेगरी कारोबारी अपने बिजनेस का विस्तार करने के लिए करते हैं। इसके साथ ही एमएसएमई लोन का उपयोग नया एमएसएमई बिजनेस शुरु करने के लिए भी किया जाता है। हालांकि अधिकतर एमएसएमई लोन उन्हीं कारोबारियो को मिलता है, जिनका कारोबार कम से कम 2 साल पुराना होता है और बिजनेस का सालाना टर्नओवर 10 लाख रुपये से अधिक होता है। MSME लोन का सबसे बेहतरीन उदाहरण प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना है। मुद्रा लोन योजना के तहत एमएसएमई कारोबारियों को 10 लाख रुपये तक का बिजनेस लोन यानी एमएसएमई लोन बिना कुछ गिरवी रखे मिलता है। ठीक इसी प्रकार सभी बैंको द्वारा एमएसएमई लोन प्रदान किया जाता है। सभी बैंको के द्वारा प्रदान किया जाने वाला एमएसएमई लोन की शर्ते और सुविधाएं अलग – अलग होती है। वर्तमान समय में नॉन बैकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) से बिजनेस लोन के तौर पर एमएसएमई लोन प्राप्त करना बहुत ही आसान है। अधिकतर एनबीएफसी कंपनियां एमएसएमई लोन बिना कुछ गिरवी रखे प्रदान करती हैं। हालांकि इसी के साथ यह भी क्लियर करना उचित होगा कि एमएसएमई लोन अनसिक्योर्ड लोन होने के साथ – साथ शार्ट टर्म लोन भी होता है। इसलिए इल लोन को चुकाने के लिए सीमित समय मिलता है। लेकिन फायदे की बाद यह है कि एमएसएमई लोन लेने पर टैक्स में छूट मिलता है। टैक्स में छूट इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) फाइल करते वक्त मिलता है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि एमएसएमई लोन, एमएसएमई कारोबारियों के लिए एक शानदार विकल्प होता है। जरुरत पड़ने पर जरुर MSME लोन लेना चाहिए। |