किसी भी MSME के बढ़ने के लिए सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है धन की कमी होना, MSME लोन उस बाधा को दूर करने में मदद कर सकता है। लोन लेकर MSME और SME व्यवसायी अपने बिजनेस का परिचालन कर सकते हैं और स्तर को सुधारने और अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाय कर सकते हैं। इन प्रयासो के जरिए बिजनेस का विस्तार होता है और मुनाफा बढ़ता है। आइये आपको इस ऑर्टिकल में यह जानकारी देते हैं कि एमएसएमई लोन लेने का लाभ कितना है।
एमएसएमई लोन का लाभ बिना कुछ गिरवी रखे: एसएमई और एमएसएमई लोन असुरक्षित हैं। धन के बदले में लोन देने वाले बैंक या एनबीएफसी के पास प्रॉपर्टी गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं है। इस तरह के लोन छोटे व्यवसायों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं जो इसे फाइनेंस का एक आदर्श सोर्स बनाते हैं। सुविधाजनक: MSME लोन शॉर्ट टर्म स्कीम के आधार पर प्रदान किये जाते हैं। छोटे व्यवसायों को लोन राशि के रिपेमेंट करने में कठिनाई नहीं होती है। क्योंकि, अधिकतर एमएसएमई लोन प्री-पेमेंट चार्जेस फ्री होते हैं। इसी के साथ बता दें कि इन बिजनेस लोन टेन्योर 12 माह से 48 माह के बीच होता है। ऐसे लोन की ब्याज दर कम होती है। ये सभी कारक मिलकर छोटे व्यवसायों के विकास करने का अवसर प्रदान करते हैं। आसानी से सुलभ: लगभग सभी प्रकार के लोन देने वाले संगठन या कंपनियां एमएसएमई लोन प्रदान करती हैं। बैंकों, लोन देने वाली पार्टियों, ऑनलाइन लोनदाताओं और अन्य वित्तीय संस्थानों से, आप सापेक्ष आसानी से विभिन्न प्रकार की एमएसएमई लोन योजनाएं पा सकते हैं। एक व्यवसायी के रूप में, आप अपनी व्यावसायिक आवश्यकतानुसार लोन प्राप्त कर सकते हैं। टॉप-अप की सुविधाः छोटे व्यवसाय विभिन्न लोन देने वाली फाइनेंसियल कंपनियों से अलग-अलग MSME Loan ले सकते हैं। एकमात्र शर्त यह है कि आप एक ही समय पर एक ही लोनदाता से कई लोन नहीं ले सकते हैं। एकल लोनदाता से केवल एक एमएसएमई लोन लिया जा सकता है। यह लोन अपने टेन्योर के अंत में टॉप-अप किया जा सकता है। तत्काल लोन मंजूरी: पात्रता मानदंडों को पूरा करने और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ लोन आवेदन पत्र जमा करने पर, एमएसएमई लोन सत्यापन के लिए भेजा जाएगा। सत्यापन के बाद, लोन आवेदन को 2-4 वर्किंग डे में मंजूर कर दिया जाता है। आसान ईएमआई: एमएसएमई लोन का भुगतान ईएमआई यानी समान मासिक किस्तों में किया जाता है। इन ईएमआई का भुगतान आपकी सुविधा के आधार पर मासिक या द्वि-साप्ताहिक आधार पर किया जा सकता है।
0 Comments
Leave a Reply. |